असम में बाढ़ का कहर जारी है. लोगों के मकान पानी में डूब गए हैं. सड़कों और रास्तों पर भारी पानी भरा हुआ है। असम में बाढ़ के कारण लाखों लोग बेघर हो गए हैं और 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि वो बाढ़ग्रस्त असम में राहत कार्यों के लिए भारत सरकार की मदद करने के लिए तैयार है. लगातार बारिश और बाढ़ न सिर्फ इंसानों को मार रही है बल्कि जानवर भी जान गंवाने पर मजबूर हैं. असम में बाढ़ से हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि इस साल अब तक काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 11 गैंडों सहित 116 जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है. इस मुद्दे पर Environment Journalist, मुबीना अख़्तर और डिब्रूगढ़ यूनिवर्सिटी के असि.प्रोफ़ेसर कौस्तुभ डेका से बात की द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने.